Neeraj Agarwal

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लेखनी कहानी -13-Mar-2024

शीर्षक - उपवास का महत्व


          हम सभी के जीवन में जिंदगी का मंथन और सहयोग होता हैं। सच तो उपवास का महत्व होता हैं। हम सभी अपने अपने जीवन में शारीरिक स्वास्थ्य और जीवन को सफल बनाने के लिए हम सभी उपवास करते हैं।
            राजेश अपने घर परिवार में सबसे छोटा बेटा था और घर  परिवार में सभी अपने अपने कार्य में लगे थे। आज कौन सा उपवास हैं राजेश अपने दादा जी से पूछते हैं। हम सभी दादाजी आज उपवास क्यों रखते हैं। दादाजी मुस्करा कर कहते हैं। बेटा राजेश आओ तुम कमरे में चलो हम आज तुमको उपवास के विषय में बताते हैं। राजेश बहुत खुश होकर ठीक है दादाजी और राजेश दादाजी के कमरे में पहुंच जाता हैं।
           दादाजी राजेश से कहते हैं। बेटा वो किताब गीता लाओ वो किताब गीता होती हैं। तब दादाजी राजेश बेटे से कहते हैं। राजेश पढ़ो तब राजेश पढ़ते हैं। और दादाजी को भगवान श्री कृष्ण के महाभारत और अर्जुन को दिए उपदेश पढ़ कर सुनाता है तब दादाजी कहते हैं आज बेटा श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व हैं और हम सभी जन्मदिन मनाते हैं।
                 उपवास का महत्व जीवन और जिंदगी में सच उपासना के साथ साथ हम ईश्वर की भक्ति के साथ साथ अपने मन में ईश्वरीय शक्ति का नाम होता हैं। और हम सभी उपवास का महत्व जानते हैं।
            आओ हम सभी अपने जीवन में उपवास का महत्व समझें ऐसा राजेश को दादाजी बताते हैं। और समय के साथ साथ हम सभी जीवन के उपवास रखते हैं क्योंकि हमारे जीवन में उपवास का महत्व हैं। हम सभी भारतीय भारत की संस्कृति के साथ-साथ उपवास का महत्व जानते हैं ऐसा राजेश के दादाजी बताते हैं और कहते हैं कि बेटा राजेश जीवन में हमारे स्वास्थ्य और भक्ति की मार्ग पर चलने के लिए जिससे हमारा जीवन सफल रहे और उपवास करने से हमारा स्वस्थ शरीर सही रहेगी इसलिए हम सभी लोगों ने वेद पुराणों में उपवास को जोड़ दिया है और उपवास का महत्व इसलिए बता दिया है कि हम जब भोजन को एक दिन के लिए त्याग देते हैं तो हमारा शरीर भी आराम करता है जो हमारे शरीर के अंग हैं जैसे शरीर के पाचन तंत्र होते हैं पाचन तंत्र को भी आराम मिलता है और उपवास का महत्व तो साप्ताहिक एक उपवास तो रखना ही चाहिए। 
             राजेश को की मां आवाज लगती है बेटा राजेश अपने दादाजी के साथ आ जाओ पूजा का समय हो गया है और हम सब्जी में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाएंगे और राजेश दादा जी का हाथ पकड़ कर घर के पूजा के कक्ष में पहुंच जाते हैं और सभी लोग भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म दिवस मनाते हैं राजेश आप समझ चुका होता है कि उपवास का महत्व क्या है उपवास से हमारे शरीर में ऊछलता तथा और उच्चंदता कम हो जाती है। 
          क्योंकि श्री कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत की रात्रि के प्रथम पहर के बाद भी चलता है और हम सभी अपने जीवन में बस समर्पण और हम सभी मालूम चलता है कि उपवास का  महत्व जीवन‌ में हमारे स्वास्थ्य और भक्ति के साथ हम सभी उपवास रखते हैं और उपवास का महत्व समझते हैं।
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नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

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5 Comments

Gunjan Kamal

16-Mar-2024 09:03 PM

👌👏

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Mohammed urooj khan

14-Mar-2024 03:21 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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HARSHADA GOSAVI

14-Mar-2024 09:24 AM

V nice

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